राजस्व मण्डल के बारे में
छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता के धारा 3 सहपठित धारा 4(1) द्वारा दिये गये शक्ति के परयोग करत हुए राज्य शासन हा छत्तीसगढ़ राजस्व मण्डल के गठन करिस । अऊ बिलासपुर में राजस्व मण्डल के परमुख जगह बनाईस । अधिसूचना क्रमांक एफ 494 राजस्व/2002 दिनांक 02/12/2002 छत्तीसगढ़ के राजपत्र (असाध्रारण) दिनांक 02/12/2002 पृष्ठ 637 में प्रकाशित होईसे हे l
राजस्व मण्डल मे कार्य करे के बिधि
राजस्व मण्ड्ल के कार्य मन ला परमुख दु भाग मा बांटे जाथे l
अ. न्यायालयीन कार्य :-
न्यायालयीन कार्य के अंतर्गत परमुख निम्न शाखा कार्य करथे ।
- पंजीयन शाखा :- ऐ शाखा हा राजस्व मण्डल के मुख्य शाखा हवय जेमा पहली तो केस या परकरण के पंजीयन होथे । ऐ शाखा हा पंजीयन करे बर जम्मो दस्तवेज अऊ कागज मन के जॉच करथे अउ ओखर बाद परकरण के पंजीयन करके जम्मो जिलेबार एकठन पंजीयन नम्बर देथे अऊ ओ केस ला दर्ज कर लिए जाथे । अऊ ओखर बाद ओ केस मा सुनवाई करे बर एकठन दिन निर्धारित करके ओदिन सुनवाई बर तय रीडर के पास भेजे जाथे।
- रीडर शाखा :- ऐहा राजस्व न्यायालय के सबले महत्वपूर्ण शाखा हवय ऐ शाखा में परकरण के पंजीयन के बाद ओला पहली सुनवाई बा रखे जाथे । उऊ पीठसीन अधिकारी के ग्राह्य के बाद परकरण के सुनवाई करे जाथे फिर ओला पक्षकार अऊ संबंधित अधिकारी के पास नोटिस-रिकार्ड बर भेजे जाथे ऐ शाखा ले ही जम्मो परकरण मन ला पीठसीन अधिकारी के पास सुनवाई बर रखे के ओखर अंतिम आदेश तक कार्यवाही होथे अऊ अंतिम आदेश होये के बाद ओला नकल शाखा या आने कार्य बर संबंधित शाखा ला दे दिये जाथे।
- नकल शाखा :- परकरण मन में अंतिम फैसला होए के बाद ओखर पक्षकार अऊ प्रतीपक्षकार मन ला उंखर परकरण के नकल कॉपी दिये जाथे । जेला नकल शाखा ले परमाणित करके ओमा परकरण के आश्यक शुल्क ला स्टाम्प मा चिपका के पक्षकार मन ला दिये जाथे ।
- रिकार्ड रूम:- परकरण मन के अंतिम निर्णय होये के बाद ओला रिकार्ड रूम मा सुरक्षित रूप में भेज के ओला सुरक्षा में रखे जाथे, ताकि ओखर जरूरत पड़े मा ओला निकाल सकत हे। अऊ रिकार्ड रूम में जम्मो परकार के डिस्पोजल केस ला कम्पेक्टर में साल के हिसाब से रखे जाथे ।
ब. कार्यालयीन कार्य :-
न्यायालय कार्य के अलावा कार्यालय मा आने कार्यालयीन काम भी करे जाथे ।
- कार्यालयीन अधीक्षक :- कार्यालय में एक अधीक्षक होथे जो कार्यालय आने वाला जम्मो डाक, कार्यालयीन पत्र, नोटिस अऊ अइसनहे सभी काम के देखरेख अऊ कार्यालय ले संबंधित जम्मो शाखा के देखरेख करथे। अऊ कार्यालय के रख्रखाव के काम करवाना भी ओखरे जुम्मे मा होथे ।
- स्थापना शाखा :- कार्यालय में जम्मो अधिकारी अऊ कर्मचारी मन ले संबंध्रित सबो रिकार्ड तथा शासन द्वारा दिये गये सबो निर्देश ला सबो शाखा मन ला बताये के बाद ओखर पालन कराना ऐ शाखा के परमुख काम हवय ।
- लेखा शाखा :- लेखा शाखा ले सबो प्रकार के देयक के उचित परीक्षण करके ओला सक्षम अधिकारी के पास पेश करना अऊ पास कराना फिर बजट ले जुड़े सबो काम ला देखना एवं कार्यालय बर सबो प्रकार के समान ला खरीदना ऐ शाखा के काम हवय ।
- देयक शाखा :-लेखा शाखा के द्वारा पास करे गये सबो देयक ला ऑन लाईन देयक तैयार करके सक्षम अधिकारी के पास देना अऊ वेतन देयक ले जुड़े सबो काम ला करना अऊ सबो अधिकारी /कर्मचारी मन के व्यक्तिगत दावा जईसे यात्रा भत्ता देयक, जीपीएफ, अऊ मेडिकल देयक मन ला पारित करना अऊ सभी प्रकार के देयक ला जिला कोषालय भेजना अऊ तैयार करना इत्यादि काम ऐ शाखा हा करथे ।
- नाजिर शाखा :- देयक शाखा ले पास करे गे सबो देयक मन ला कोषालय में जमा करना अऊ बैंक से नगद राशि लेके सबे फर्म ला भुगतान करना अऊ कार्यालय के सबो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों मन ला नियंत्रण करना इत्यादि काम ऐ शाखा के हवय ।
- आवक-जावक शाखा :- ऐ शाखा मा सबो प्रकार के डाक जेन हा कार्यालय ला प्राप्त होथे, ओला प्राप्त करना अऊ कार्यलय ले जाये वाले डाक अऊ पत्र मल लर भेजना अऊ अधीक्षक द्वारा मार्किग करे गये पत्र मन ला संबंधित शाखा मा पहुंचाना इत्यादि कार्य ऐ शाखा के हवय ।